
पाकिस्तान और चाइना भारतीय राजनीति के लिए कई बार संकट मोचन के काम करते हैं.
जैसा कि हम आजकल देख रहे हैं “बहिष्कार चीनी प्रोडक्ट” नाम का यह प्रोपेगेंडा भारतीय राजनीति और खासकर सत्ताधारी पार्टी के लिए संकटमोचन का काम कर रहा है. इस प्रोपेगेंडा ने देश को दो खेमों में बांट दिया है. प्रथम खेमा जो बॉयकॉट चाइनीस प्रोडक्ट का प्रचार कर रहा है.
वो कह रहा है कि चाइना में जिन चीजों का उत्पादन हुआ है या जो डायरेक्ट चाइनीस प्रोडक्ट है उसका बॉयकॉट करें।
साथ ही उनका यह भी कहना होता है कि उसके एवज में कोशिश करें कि वह प्रोडक्ट इस्तेमाल किया जाए जो भारत में उत्पादित है अर्थात जिस का उत्पादन भारत में हुआ है.
वहीँ दूसरे खेमा उन लोगों का है जो प्रथम खेमा के लोगों का विरोध करने में लगी हुई हैंl वह अलग-अलग प्रकार के बयानों के जरिए वह बॉयकॉट चाइनीस प्रोडक्ट अभियान पर अपना विरोध जता रहे हैं.
अगर आप ध्यान से देखें तो यह दोनों खेमों में देश का एक बड़ा हिस्सा बट चुका है और मेरा मानना है कि यह दोनों लोग, दोनों खेमा मिलकर देश के लिए एक पैसा का भी काम नहीं कर रहा है.
मेरा मतलब है कि ना तो चाइनीस प्रोडक्ट का बहिष्कार करने से देश का कोई फायदा हो रहा है और ना ही बहिष्कार करने वालों का विरोध करने से देश का कोई फायदा हो रहा है. सीधे तौर पर ये दोनों वर्ग के लोग ही उस सडयंत्र का सीकर हैं जो राजनैतिक पार्टी ने आरम्भ किया है.
अंत में एक बात जो मुझे समझ में आती है मैं चाहूंगा कि आप लोग उस पर ध्यान दें. अपने आप को किसी एक खेमे में रखने के बजाय एक उन्नत नागरिक बनाने की कोशिश करें। क्यों न आप कुछ ऐसा सोचे कुछ, ऐसा करें जो आपके और आपके आसपास के लोगों के लिए, हिंदुस्तान और दुनिया भर के लोगों के लिए, एक जरूरत की चीज साबित हो.
जिसके लिए आज आप किसी अन्य देश के उत्पाद पर निर्भर करते हो वैसा कुछ उत्पादन, वैसा कुछ सृजन करने के बारे में सोचें और करें। ऐसा करके आप रियल में आत्मनिर्भर भारत को सपोर्ट कर पाएंगे।
राजनैतिक प्रोपेगेंडा का हिस्सा बनकर आप किसी भी का भला नहीं करने वाले। कोशिश करें कि कुछ अच्छा करें अन्यथा बेहतर है कि कुछ ना करें।
-TNT: The Negative Thinker